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लोकसभा चुनाव / कांग्रेस के 13 प्रत्याशी घोषित,सात सीटों पर पेंच; नाथ बोले- प्रियदर्शिनी राजे को लड़ना चाहिए चुनाव

भोपाल. कांग्रेस की केंद्रीय चुनाव समिति ने गुरुवार को मप्र के 13 सीटों पर प्रत्याशी घोषित कर दिए। इनमें मुख्यमंत्री कमलनाथ के बेटे नकुलनाथ, जबलपुर से विवेक तन्खा, खंडवा से पूर्व प्रदेश अध्यक्ष अरुण यादव, सीधी से अजय सिंह का नाम शामिल है। पार्टी अब तक 22 सीटों पर प्रत्याशी घोषित कर चुकी है, लेकिन शेष 7 सीटों पर पेंच फंसा हुआ है। वहीं मुख्यमंत्री कमलनाथ ने यह कहकर चुनावी चर्चा को जोर दे दिया कि गुना से सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया की पत्नी प्रियदर्शिनी सिंधिया को भी चुनाव लड़ना चाहिए। एक निजी चैनल के कार्यक्रम में कमलनाथ ने कहा कि सिंधिया ने इस प्रस्ताव पर अभी अब तक न तो हां किया है और न ही ना। कार्यक्रम में नाथ से ग्वालियर और गुना सीट को लेकर सवाल पूछा गया था। ये दोनों उन 7 सीटों में हैं, जहां पार्टी प्रत्याशी तय करने में देर लगा रही है। इधर, कांग्रेस ने छिदंवाड़ा विधानसभा उपचुनाव के लिए कमलनाथ का नाम भी घोषित कर दिया। यहां 29 अप्रैल को वोटिंग होनी है।  
इन सीटों पर तय नहीं हो पा रहे नाम :
 कांग्रेस ने तीसरे और चौथे चरण की 7 सीटें इंदौर, गुना, ग्वालियर, विदिशा, भिंड, राजगढ़ और धार के टिकट होल्ड कर लिए हैं। पार्टी सूत्रों के मुताबिक गुना में सिंधिया का लड़ना तय है, पर उनका नाम रोक लिया गया है। भिंड से देवाशीष झारिया का नाम आगे है। वे बसपा से कांग्रेस में आए थे। इसलिए उन्हें होल्ड कर भाजपा से कांग्रेस में गए अशोक अर्गल का नाम आगे बढ़ाया गया है। इसी तरह ग्वालियर से अशोक सिंह और केदार कंसाना के नाम हैं। गुर्जर वोटों के कारण कंसाना का नाम आगे आया। हालांकि ग्वालियर-चंबल की सीटों पर सिंधिया की राय को पार्टी तवज्जो दे रही है। राजगढ़ में मोना सुस्तानी प्रमुख दावेदार हैं। धार में पहले गजेंद्र सिंह राजूखेड़ी का नाम आया था, लेकिन वहां कांग्रेस विधायक उनके खिलाफ हैं, इसलिए इस सीट को भी होल्ड कर लिया गया है। इंदौर में प्रदेश कांग्रेस मीडिया विभाग की अध्यक्ष शोभा ओझा, पंकज संघवी, स्वप्निल कोठारी के नाम चर्चा में हें, लेकिन इंदौर पर पार्टी सबसे अंत में फैसला लेगी।
इंदौर, विदिशा, ग्वालियर के प्रत्याशी का फैसला कांग्रेस ने राहुल पर छोड़ा :
 इंदौर|इंदौर सहित ग्वालियर, विदिशा की सीट पर कौन प्रत्याशी होगा, यह फैसला राहुल गांधी पर छोड़ दिया गया है। आने वाले दिनों में वे ही इस पर निर्णय लेंगे। उस आधार पर कांग्रेस प्रत्याशी घोषित करेगी। कार्यकर्ताओं का एक धड़ा भी स्थानीय तो दूसरा बाहरी व्यक्ति को प्रत्याशी बनाए जाने की मांग कर रहा है। प्रदेश कांग्रेस उपाध्यक्ष अौर कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पं. कृपाशंकर शुक्ला ने इंदौर लोकसभा सीट से ज्योतिरादित्य सिंधिया को कांग्रेस की अोर से प्रत्याशी बनाने की मांग की। उन्होंने कहा- इस मामले में वे अपनी बात प्रदेश अौर आलाकमान तक भी पहुंचा चुके हैं। उनका कहना है कि आठ बार से कांग्रेस लगातार इस सीट से चुनाव हार रही है। एेसे में इस बार ये सीट हर हाल में कांग्रेस चुनाव जीते इसके लिए किसी अच्छे उम्मीदवार को उतारा जाना चाहिए। उन्होंने कहा- भोपाल से दिग्विजयसिंह चुनाव लड़ रहे हैं। एेसे में इंदौर से सिंधिया को चुनाव लड़ाया जाए ताकि ये सीट कांग्रेस जीते।
13 नाम... देवास से टिपानिया को टिकट
सीट     प्रत्याशी
 
सागर   प्रभु सिंह ठाकुर
 
छिंदवाड़ा    नकुलनाथ
 
देवास    प्रह्लाद टिपानिया
 
दमोह   प्रताप सिंह लोधी
 
सतना  राजाराम त्रिपाठी
 
रीवा    सिद्धार्थ तिवारी
 
सीधी    अजय सिंह
 
जबलपुर    विवेक तन्खा
 
मंडला    कमल मरावी
 
उज्जैन    बाबूलाल मालवीय
 
खरगोन    डॉ. गोविंद मुजाल्दा
 
खंडवा    अरुण यादव
 
मुरैना     रामनिवास रावत
इधर, भाजपा में सुषमा, सुमित्रा और शिवराज के कारण फंसी बाकी 11 सीटें : 
भाजपा में छिंदवाड़ा, भोपाल, इंदौर समेत 11 सीटें सुषमा स्वराज और शिवराज सिंह चौहान, नरेंद्र सिंह तोमर, संघ और सुमित्रा महाजन के कारण अटकी हुई हैं। महाजन के करीबियों की मानें तो दिल्ली से अभी किसी भी बड़े नेता ने उनसे बात नहीं की। कुछ सीटों पर जातिगत समीकरणों और स्थानीय कदावर नेताओं ने पेंच डाल िदया है। सागर सीट में भी नेता प्रतिपक्ष गोपाल भार्गव, पूर्व मंत्री भूपेंद्र सिंह और मौजूदा सांसद लक्ष्मीनारायण यादव के बीच खींचतान चल रही है। 
 भूपेंद्र ने अपने करीबियों के नाम दिए, जिसका लक्ष्मीनारायण विरोध कर रहे हैं। खजुराहो और सागर सीट पर जातिगत समीकरण भी फैक्टर बन गया है। यहां भाजपा ब्राह्मण और यादव कॉम्बिनेशन पर अभी तक कोई निर्णय नहीं ले पाई। छिंदवाड़ा पर मनमोहन शाह बट्टी का विरोध है, इसलिए पार्टी किसी नए आदिवासी चेहरे को तलाश रही है। रतलाम में कांग्रेस उम्मीदवार कांतिलाल भूरिया के सामने पहले भाजपा ने निर्मला भूरिया के नाम का फीडबैक लिया, लेकिन अब नए चेहरे नागर सिंह व माधो सिंह के नाम पर होमवर्क किया जा रहा है। देवास पर केंद्रीय मंत्री थावरचंद गेहलोत ने चंद्रशेकर मालवीय का नाम देकर पार्टी को उलझन में डाल दिया है। बताया जा रहा है कि प्रदेश नेतृत्व अभी तक इन सीटों को लेकर सहमति नहीं बना पाया। 

शाह करेंगे महाजन के टिकट पर फैसला : 
इंदौर से सुमित्रा महाजन को टिकट मिलेगा या नहीं? आज-कल में इससे परदा हट जाएगा। पार्टी ने इंदौर का मामला पूरी तरह राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह पर छोड़ दिया है। टिकट की घोषणा में हो रही देरी के बावजूद भले ही महाजन विधानसभा क्षेत्रवार बैठक कर यह संकेत देने का प्रयास कर रही हैं कि सब सामान्य है, लेकिन ऐसा नहीं है। हर स्तर पर मोर्चाबंदी शुरू हो गई है। 75 साल की उम्र के नियम के चलते बाकी उम्मीदवारों को लग रहा है कि पार्टी इस बार महाजन का टिकट काट सकती है।
यही वजह है कि गुरुवार दोपहर भाजपा नेता कंचन सिंह चौहान, पूर्व जिला अध्यक्ष रवि रावलिया, मनोहर पाटीदार, दिलीप सिंह, विक्रम सिंह, आरके जैन सहित कई ग्रामीण नेता भाजपा कार्यालय पहुंचे और संभागीय संगठन मंत्री जयपाल सिंह चावड़ा से मिले। सभी ने पूर्व विधायक भंवर सिंह शेखावत का नाम प्रमुखता से आगे बढ़ाया। कहा- अगर महाजन का कोई बेहतर विकल्प है तो वह शेखावत। तर्क दिया कि वह शहरी क्षेत्र पांच नंबर से भी विधायक रहे हैं और लंबे समय तक सहकारिता के क्षेत्र में भी काम किया है। उनकी शहर और गांव दोनों जगह पकड़ है।

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