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घर बैठे देखें कुंभ / पहला शाही स्नान; प्रशासन का दावा- 2 करोड़ से ज्यादा श्रद्धालुओं ने डुबकी लगाई


  1. मकर संक्रांति पर 13 अखाड़ों ने किया शाही स्नान 
  2. स्मृति ईरानी ने भी लगाई पवित्र डुबकी 
  • प्रयागराज. तीर्थराज प्रयाग में 49 दिन तक चलने वाले कुंभ की मंगलवार को शुरुआत हो गई। मकरसंक्रांति के मौके पर संगम में 2 करोड़ से ज्यादा श्रद्धालुओं ने डुबकी लगाई। इस बार ग्रहों के संयोग से मकर संक्रांति पहले पड़ी और पौष पूर्णिमा बाद में पड़ रही है। मंगलवार सुबह अखाड़ों के शाही स्नान के साथ सनातन धर्म्वालाम्बियों ने गंगा–यमुना के पवित्र संगम जल में डुबकी लगाई। 
  • पहली बार पुष्प वर्षा
    मेला प्रशासन की तरफ से उपलब्ध आंकड़े के मुताबिक, शाम 7 बजे तक 2 करोड़ से ज्यादा श्रद्धालुओं ने संगम में डुबकी लगाई। स्नानार्थियों के ऊपर हेलीकाप्टर से पुष्प वर्षा की गई। यह पहली बार है जब स्नान करने आये लोगों पर पुष्पवर्षा हुई।

    केंद्रीय मंत्री ने लगाई डुबकी
    मेला में अत्यंत साधारण तरीके से पहुंची केन्द्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने भी संगम में डुबकी लगाई। सोमवार को महामंडलेश्वर बनी साध्वी निरंजन ज्योति ने भी निरंजनी अखाड़े की अन्य महिलाओं के साथ संगम में स्नान किया। 
    13 अखाड़ों ने किया शाही स्नान
    मेला प्रशासन और अखाड़ों के बीच बनी सहमति के अनुसार सुबह 5 बजकर 15 मिनट पर शाही स्नान शुरू हो गया। शाही स्नान के लिए पहले नंबर पर श्री पंचायती अखाड़ा महानिर्वाणी के साथ श्री पंचायती अटल अखाड़ा पूरे शाही अंदाज में निकला। अखाड़ा मार्ग से होते संगम स्नान के लिए अखाड़े के महंत, श्री महंत, मंडलेश्वर, महामंडलेश्वर एवं आचार्य महामंडलेश्वर अपनी पूरी सज–धज के साथ संगम नोज पर पहुंचे। भस्म और भभूत रमाये नागा सन्यासियों का दर्शन करने के लिए श्रद्धालु, स्नान मार्ग के दोनों तरफ खड़े हुए थे। नागा सन्यासियों ने पूरे उत्साह के साथ अपने अखाड़े से निकलकर संगम तट पर पवित्र डुबकी लगाई।

    डीप वाटर बैरीकेडिंग की गई
    मेला प्रशासन अखाड़ा के साधु-संतों के आगमन-प्रस्थान मार्ग पर पूरी तरह मुस्तैद था। गंगा-यमुना के तट से लगी हुई भूमि को समतल करके 35 स्नान घाट बनाए गए। बीती रात जल के बहाव को देखते हुए ‘डीप वाटर बैरीकेडिंग’ की गयी थी ताकि श्रद्धालु गहरे पानी की तरफ ना जाएं। पूरे शहर में भारी वाहनों समेत चार पहिया वाहन के आवागमन पर रोक लगा दी गई। जौनपुर, वाराणसी, बांदा, मिर्जापुर, रीवा और कानपुर की तरफ से किसी भी बस को शहर के अन्दर प्रवेश करने से रोक दिया गया।

    अब तक का सबसे महंगा कुंभ
    इस कुंभ के आयोजन के लिए यूपी सरकार ने 4 हजार 200 करोड़ रुपए आवंटित किए हैं। ये 2013 में हुए महाकुंभ से काफी ज्यादा है। उस वक्त की अखिलेश सरकार ने महाकुंभ पर 1 हजार 300 करोड़ रुपए खर्च किए थे। राज्य के वित्त मंत्री राजेश अग्रवाल ने बताया कि 2013 के मुकाबले इस बार कुंभ का मेला क्षेत्र दोगुना है। पिछली बार 1600 हेक्टेयर के मुकाबले इस बार मेला 3200 हेक्टेयर में फैला है। 

    कुंभ की खास बातें 
    • 45 वर्ग किमी में कुंभ मेला
    • 600 रसोईघर
    • 48 मिल्क बूथ
    • 200 एटीएम
    • 4 हजार हॉट स्पॉट 
    • 1.20 लाख बायो टॉयलेट
    • 800 स्पेशल ट्रेनें चलाईं
    • 300 किमी रोड बनी
    • 40 हजार एलईडी
    • 5 लाख गाड़ियों के लिए पार्किंग एरिया