कांवरे विधानसभा उपाध्यक्ष बनने के बाद पहली बार बालाघाट आ रही थीं। बालाघाट से करीब 21 किलोमीटर दूर सालेटेका गांव के पास उनके फॉलो वाहन को ट्राले ने टक्कर मारी। ठीक पीछे चल रही हिना की गाड़ी को उनके ड्राइवर ने सूझ-बूझ से बचाते हुए आगे निकाल लिया।
असामाजिक तत्व ने भेजी चिट्ठी- पुलिस
पुलिस अधीक्षक ए जयदेवन ने बताया- हिना कावरे को धमकी भरी पहली चिट्ठी 31 दिसंबर को और दूसरी चिट्ठी 10 जनवरी को मिली थी। कावरे ने इस संबंध में पुलिस में शिकायत भी की थी। उनकी सुरक्षा बढ़ा दी गई थी। लेकिन, पहली नजर में ऐसा नहीं लग रहा है कि नक्सलियों ने यह चिट्ठी भेजी है। यह खत किसी असामाजिक तत्व के द्वारा बालाघाट से पोस्ट किया गया है।
उन्होंने कहा- घटना के बाद ट्रक चालक भाग गया था। उसकी पहचान कर ली गई है। राज्य सरकार ने हादसे की जांच के आदेश दिए हैं। हिना के पिता और पूर्व मंत्री लिखीराम कांवरे की 1999 में उनके घर पर नक्सलियों ने गला रेतकर हत्या कर दी थी।
जवानों के परिवारों को मिलेगी एक करोड़ की आर्थिक मदद
दुर्घटना में जान गंवाने वाले तीनों पुलिसकर्मियों के परिजनों को एक-एक करोड़ रुपए की आर्थिक मदद और अनुकंपा नियुक्ति दी जाएगी। मृतकों में एसआई हर्षवर्धन सोलंकी, हेड कॉन्स्टेबल हामिद शेख, सिपाही राहुल कोलारे और ड्राइवर सचिन शामिल हैं। सिपाही अमित कोरव को नागपुर रेफर किया गया है।
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