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कुंभ / आज 150 महिलाएं नागा साधु बनेंगी, धर्म संसद में तय होगी राम मंदिर के शिलान्यास की तारीख

जूना अखाड़े में महिला नागा साधु बनाने की प्रक्रिया शुरू हो गई है।
  • तीन दिवसीय परम धर्म संसद का आज समापनशंकराचार्य स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती जारी करेंगे धर्मादेश
परम धर्म संसद में पहुंचे हैं 100 से ज्यादा देशों के 1008 प्रतिनिधि
प्रयागराज. पंच दशनाम जूना अखाड़ा में गुरुवार को 150 महिलाएं नागा साधु बनेंगी। इसके लिए हवन-पूजन कार्यक्रम जारी है। देर रात तक चरण पूरा होने तक प्रक्रिया चलती रहेगी। वहीं, द्वारका शारदा पीठ के शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती की अध्यक्षता में तीन दिवसीय परमधर्म संसद का आज आखिरी दिन है। बुधवार को अयोध्या में भगवान राम मंदिर के निर्माण पर चर्चा होगी। शाम को धर्मादेश जारी किया जाएगा। आज राम मंदिर के शिलान्यास की तारीख का ऐलान हो सकता है।

    नागा साधु बनाने के लिए यह है प्रक्रिया
      नागा संन्यासी गणेशानंद सरस्वती (उज्जैन) के अनुसारमहिला नागा साधु बनने के लिए 6 से 12 साल तक ब्रह्मचर्य का पालन करना होता है। जो महिला साधु बनना चाहती है उसको अपने गुरु को इस बात का यकीन दिलाना पड़ता है कि वो ब्रह्मचर्य का पालन कर सकती हैं। महिला साधुओं को नागा बनाने के लिए उन्हें संस्कार के साथ संन्यास की दीक्षा दी जाएगी।
        धर्मदंड लेकर निगरानी करते अखाड़े के कोतवालों की देखरेख में महिला साधु संगम में स्नान करेंगी। फिर स्वयं के लिए पिंडदान करके संन्यासी बन जाएंगी। अवधूतों को नागा बनाने की प्रक्रिया के तहत सबसे पहले उनका मुंडन संस्कार किया जाएगा। संगम स्नान, भस्म स्नान, गोमूत्र, गाय के गोबर, पंचगव्य, पंचामृत स्नान की प्रक्रिया की जाएगी। शरीर पर लगाने के लिए बाबा विश्वनाथ मंदिर की भभूत और दंड बनाने के लिए पलाश समेत अन्य पूजा सामग्री काशी, हरिद्वार लाई जाती है।
          परंपरागत यज्ञोपवीत के बाद उन्हें पलाश का दंड और कुल्हड़ का कमंडल दिया जाएगा। संस्कार के तहत पिंडदान के बाद सभी नागा संन्यासी गंगा में पिंडों को विसर्जित करेंगी। आधी रात के बाद विजयाहवन संस्कार किया जाएगा। इस बीच ऊं नम: शिवाय का जप चलता रहेगा। महिला नागा साधु को एक पीला वस्त्र धारण करना होता है। उसके बाद जब महिला नागा साधु बन जाती है तो उसे माता की उपाधि दी जाती है। सभी लोग महिला नागा साधु को माता कहकर पुकारते हैं।
          दो दिन में परम धर्म संसद में 8 विधेयक पास
            परम धर्म संसद में सौ से अधिक देशों के 1008 प्रतिनिधि पहुंचे हैं। पहले दिन राम मंदिर निर्माण के मुद्दे को राष्ट्रीय मुद्दा घोषित किए जाने से नाराज धर्माचार्यों ने मोदी सरकार के खिलाफ निंदा प्रस्ताव पास किया था। वहीं, दूसरे दिन मंगलवार को धर्मांतरण, फर्जी धर्माचार्य, विवाह संस्था, संस्कृत भाषा रक्षा समेत आठ विधानक पारित किए गए। स्पेन, अर्जेंटीना, ऑस्ट्रिया, निकारागुआ, इंडोनिशिया, ब्राजील आदि देशों से आए प्रतिनिधियों ने भी सनातन धर्म से जुड़े विभिन्न मुद्दों पर अपनी राय रखी थी। 
            खादी के परिधानों में रैंप पर किया कैटवॉक
              कुंभनगरी के सेक्टर सात में मंगलवार शाम खादी परिधानों पर आधारित फैशन शो का आयोजन किया गया, जिसमें लड़कियों ने खादी से तैयार कपड़ों में कैटवॉक किया। इस दौरान खादी फॉर फैशन, खादी फॉर नेशन का संदेश भी दिया गया। 
              कुंभ नगरी में आज होने वाले आयोजन
              ·         लाल सड़क सेक्टर एक से स्वदेशी सोलह श्रृंगार संदेश यात्रा निकाली जाएगी, जो संगम तक जाएगी। 
              ·         सेक्टर एक स्थित गंगा मंच पर प्रिंस ग्रुप, उड़ीसा द्वारा दशावतार नृत्य और ब्रज बांसुरी नृत्य नाटिका का मंचन।
              ·         सेक्टर चार के अक्षयवट मंच पर परवीन भाई द्वारा डांडिया, गरबा, नृत्य गोपाल राय की भोजपुरी, ब्रज के लोकनृत्य मदन लाल शर्मा सौंदर्य कला विश्वविद्यालय कोलंबो के द्वारा श्रीलंका की रामलीला का मंचन।
              योगी समेत कैबिनेट ने लगाई आस्था की डुबकी
                उत्तराखंड राज्य बनने के बाद मंगलवार को पहली बार यूपी सरकार की कैबिनेट बैठक कुंभनगरी में आयोजित की गई। जिसमें विकास के कई प्रस्ताव पारित किए। इसके बाद मुख्यमंत्री, दोनों उप मुख्य मंत्रियों समेत पूरे मंत्री परिषद ने त्रिवेणी में स्नान किया और साधु संतों से मुलाकात की। इससे पहले अक्षयवट सरस्वती कूप के दर्शन भी किए।